labrador dog information in hindi, लेब्रा डॉग की पहचान। लेब्राडोर की खासियत है। लैब्राडोर रेटरिएवेर स्वभाव। लेब्राडोर डॉग की जानकारी। लेब्रा डॉग को कैसे पाले? लैब्राडोर का भोजन।
लेब्राडोर दुनिया भर मै सबसे अधिक पसंद की जानें वाली नस्लों मै से एक हैं जो की अपनी बुद्धिमानी व विशिष्ठ विशेषताओं के कारण लोगों मै बेहद लोकप्रिय हैं जिसके कारण अधिकतर लोग लेब्राडोर को पालना पसंद करते हैं।
लेब्राडोर पालने योग्य एक बहुत ही बेहतरीन नस्ल जो की हर प्रारूपों मै अपने आप को साबित करने की काबिलियत रखते हैं। चाहें वह एक पालतू कुत्ते के रूप मैं या फिर सुरक्षा विभागों जैसे पुलिस, आर्मी, सीआईडी मैं आपराधिक गतिविधियों का पता लगाने के लिए क्योंकि इनके सुघने की क्षमता बहुत अच्छी व संक्रिय होती है।
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इतिहास- History of Labrador Hindi
लेब्राडोर नस्ल की उत्पति विकिपीडिया के अनूसार न्यूफाउंडलैंड की बताई जाती हैं जो की कनाडा मैं उपस्थित हैं जिसे पहली बार सोलहवीं सताब्दी मैं मस्टिफ़ और सेंट जाँन डॉग के प्रजनन से पुर्तगाली मछवारों द्वारा खोजी की गई थी जिसे सुरुवाती दिनों मैं इसे सेंट जाॅन डॉग और न्यूफाउंडलैंड के नाम से जाना जाता था लेकिन जब इसे इंग्लैंड लाया गया तब इसका नाम बदलकर लेब्राडोर रखा गया।
लैब्राडोर रिट्रीवर स्वभाव
लेब्राडोर एक दयालु, चंचल और स्पोर्टिंग प्रवत्ति के होते हैं तथा एक उत्कर्ष परिवारिक कुत्ते हैं AKC(अमेरिकन केनाल क्लब) द्वारा वर्णित लेख के अनुसार लेब्राडोर एक बहुत अच्छे खोजी कुत्ते होते हैं जिसका कारण इनकी सुघने की प्रतिभा होती हैं तथा यह कभी अपना मार्ग नही भूलते हैं।
इनकी चंचलता आपको कभी कभी थोड़ा परेशान कर सकती हैं क्योंकि इन्हें घर की चीजो को चबाना व काटना अत्यधिक पसंद होता हैं लेकिन एक सही और नियमित प्रशिक्षण के मदद से लेब्राडोर की यह आदत आप बदल सकते हैं।
लेब्राडोर अपने प्लेफुल स्वभाव के कारण पूरे विश्व मैं मसहूर हैं तथा यह फ्रिस्बी, बाल इन जैसे चीजों से खेलने के लिए बेहद् उत्साहित् और जुनूनी होते हैं। लेब्रा डॉग के सीखने की क्षमता अन्य नस्लो की अपेक्षा बहुत बेहतर होती हैं इसी वजह से इन्हें ट्रेनिंग देना व नई चीजें सिखाना बहुत आसान और सरल होता है।
लेब्राडोर शारीरीक संरचना
लेब्राडोर एक बड़े आकार की नस्ल है तथा एक वयस्क नर लेब्राडोर का वजन 29–36 किलोग्राम और मादा का 25–32 किलोग्राम एवम इनकी हाईट 55–62 सेंटीमीटर तक होती हैं और यह 20–30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकते हैं।
लेब्रा डॉग के बाल छोटे मुलायम और घने होते है तथा इनके बालो का कोट जल प्रतिरोधी (वॉटर रेसिस्टेंट) होता है जो की इन्हे ठंड से भी बचाता है।
लेब्राडोर डॉग के पैर मोटे और भारी होते है तथा पूंछ पतली सीधी व मध्यम आकार की होती हैं और बात करे लेब्राडोर के सिर की तो इनका सिर मध्यम आकार के होते है तथा कान गाल से चिपके हुए V आकार मै होते हैं।
लेब्रा डॉग की थूथन मध्यम आकार की मोटी तथा कुछ हद तक अंदर की और होती है एवम ऊपर के जबड़े लंबे होते है जो कि निचले जबड़े को ढकें हुऐ होते हैं और नाक का रंग काला या फिर गुलाबी होता हैं।
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लैब्राडोर रेटरिएवेर स्वभाव
वैसे तो लेब्राडोर एक स्वस्थ्य नस्ल हैं और अन्य नस्लो की तरह ही बीमारियों से बचाने हेतु इन्हे उचित देखभाल की आवश्यकता होतीं है ज्यादातर लैब्राडोर डॉग्स मैं अधिक मोटापे कि समस्या देखने को मिलती है जो की इन्हे अपने पूर्वजो से मिली है।
इसके अलावा लेब्राडोर मैं देखे जाने वाली स्वास्थ्य समस्याओं मैं कमर, कूल्हे और कोहनी को प्रभावित करने वाले डिसप्लेसिया शामिल हैं हालाँकि यह दिक्कत ज्यादातर अधिक वजन वाले लेब्राडोर डॉग्स मैं देखने को मिलती हैं।
साथ ही साथ कुछ लेब्राडोर डॉग्स मैं आँखों की समस्या कॉर्निया डिस्ट्रोफी और रेटिना डिसप्लेसिया भी होने की संभावना होती हैं जिसमें मोतियाबिंद या अंधेपन की शिकायत भी हो सकती हैं जिस से बचने हेतु नेत्र विशेषज्ञ द्वारा उचित उपचार आवश्यक हैं। इसके अतिरिक्त कुछ मामलो मैं लेब्राडोर डॉग्स को जन्म से ही बहरेपन से पीड़ित हो सकते है।
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लैब्राडोर का भोजन।labrador food in hindi
लेब्राडोर के लिए भोजन एक बुनियादी और महत्वपूर्ण जरूरतों मैं से एक हैं तथा लेब्राडोर का भोजन उसके उम्र और आकार के अनुसार उसे देना चाहिए लेब्रा डॉग को खाने में क्या देना चाहिए?
यदि आपका लेब्राडोर छोटी उम्र का तो इसे अधिक खनिज और पोषक तत्व वाले भोजन की आवश्यकता हैं।
क्योकि अभी इनका शरीर बढ़ रहा होता हैं तो इन्हे व्यस्क कुत्तों के अपेक्षा अधिक खनिज और पोषक तत्वों वाले भोजन की जरुरत होती हैं जो की इसके विकास दर को सुनिश्चित करे। तथा एक छोटे उम्र के लेब्राडोर को दिन मैं तीन बार भोजन अवश्य दे।
वही यदि आप एक व्यस्क लेब्राडोर के मालिक हैं तो आपको ऐसे भोजन का चुनाव करना हैं जो पोषक तत्वों से तो भरपूर हो लेकिन उसमे वसा (फैट) की मात्रा अधिक न हो क्योकि एक व्यस्क लेब्राडोर का शरीर पूर्ण रूप से विकसित हो चूका होता हैं तथा अधिक वसा वाला भोजन इसे अधिक मोटा और वजनी बना सकता हैं।
और अगर आप एक बुर्जुग और अधिक उम्र वाले लेब्राडोर के लिए भोजन का चयन करते हैं तो ऐसी स्थिति मैं आपको ऐसे भोजन की तलाश करनी है जो हल्का फुल्का ओर पौष्टिक हो तथा आसानी के साथ पचाया जा सके। जिसमे ऐसे उच्च पोषक तत्व मौजूद हो की इसके पाचन मैं सहायक हो हड्डियों और माशपेशियों को फायदा पहुचाये।
लैब्राडोर की खासियत- Labrador ki khasiyat
लेब्राडोर एक बेहद लोकप्रिय नस्ल हैं और इतनी ज्यादा लोकप्रियता का कारण इसकी असाधारण विशेषताएँ और इस डॉग का अत्यधिक बुद्धिमान होना हैं इसके अलावा लेब्राडोर की और भी कई खासियतें है जिसके वजह से लोग इस डॉग ब्रीड को इतना अधिक पसंद करते हैं तो आइये जानते हैं।
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1.दोस्तों लेब्राडोर हर मौसम और वातावरण मै रहने के लिए अनुकूल होते हैं जैसा की आप सभी को मालूम ही होगा की भारत के हर क्षेत्र मैं मौसम का प्रभाव अलग अलग होता हैं कही ठंड अधिक होती हैं तो कही गर्मी और कही अधिक वर्षा होती है। और यह हर मौसम के हिसाब से अपने आप को उसके अनुरूप ढाल लेते है यही कारण है कि यह भारत मैं यह इतने लोकप्रिय है।
2.लेब्राडोर एक इंटेलीजेंट डॉग हैं तथा इनकी सीखने की काबिलियत काफी अच्छी होती हैं जिसके कारण आपको इन्हे ट्रेन करने मैं कोई भी दिक्कत नही होती है आप इन्हे बहुत आसानी के साथ सही ट्रेनिंग के माध्यम से घर पर ही ट्रेनिंग दे सकते हैं।
3.लेब्राडोर एक बड़ी नस्ल है लेकिन अन्य बड़े डॉग्स की तुलना मैं लेब्राडोर के देखरेख और खान पान का खर्च कम अपेक्षाकृत कम होता हैं बात करे भोजन की तो अगर आप इन्हे इन्हे विशेष प्रकार का भोजन न भी दे तो यह सामान्य घर का भोजन भी आसानी से खा लेते है।
तथा इनके बाल छोटे होते हैं जिसके वजह से आपको इन्हें साफ करने मैं बहुत कम समय लगता हैं तथा यह अन्य बड़े बाल वाले डॉग की तुलना मै आसानी से साफ हो जाते हैं।
4.जिन घरों मैं छोटे बच्चे तो आपको बिल्कुल भी डरने की आवश्यकता नही है क्योंकि लेब्राडोर डॉग्स बड़े मिलनसार और शांत स्वभाव के होते है तथा इन्हे बच्चों से बहुत अधिक प्रेम होता हैं।और यदि आप एक फैमिली डॉग की तलाश मैं हैं तो आपके लिए लेब्राडोर एक बहुत अच्छा विकल्प हो सकता हैं।
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लेब्रा डॉग की पहचान-Labrador ki pehchan Hindi
लेब्राडोर डॉग पालने से पहले अधिकतर लोग उसकी शुद्धता की पुष्टि नही करते हैं जिसके कारण वह अशुद्ध व मिक्स लेब्राडोर डॉग पाल लेते है और इस बात का अंदाजा उन्हें तब होता है जब लेब्रा डॉग की उम्र बढ़ती है और उनमे शरीरिक परिवर्तन होते हैं तथा वह अन्य लेब्राडोर से अलग दिखते हैं।
लेब्रा की पहचान कैसे करें?
तो एक लेब्राडोर खरीदने से पहले किन किन बातों का ध्यान रखना जरूरी ताकि जिससे आप एक शुद्ध लेब्राडोर डॉग ले सके। एक ओरिजनल लेब्रा डॉग की पहचान कर सके।
1.लेब्राडोर मुख्य रूप ब्लैक, चॉकलेट, येलो, ऑफ व्हाइट जैसे रंगो मै पायें जाते है लेकिन यादि आप कोइ अशुद्ध या मिक्स लेब्राडोर लेते है तो उसमे इन रंगों के साथ अन्य रंग भी मौजूद हो सकते है।
उदहारण के तौर पर अगर ब्लैक लेब्राडोर डॉग है ओर उसके शरीर के निचले हिस्से जैसे गर्दन के नीचे पैरो के बिच मै या शरीर के किसी भी हिस्से व्हाइट कलर हैं तो वह एक मिक्स या अशुद्ध लेब्राडोर हैं।
लेकिन कई ब्रीडर्स इसे छुपाने हेतु डाई यानी कृत्रिम रंगो का इस्तेमाल करते हैं ताकि जिससे आपकों पता न चल पाए।
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2.दोस्तो की लेब्राडोर की शुद्धता की पहचान करने का एक और तरीका है उनके कान एक शुद्ध लेब्रा डॉग के कान उनके गाल से चिपके हुऐ सामने की ओर V आकार मै होते हैं। तो एक लेब्राडोर डॉग लेते समय उसके कान अवश्य चेक कीजिये।
3.लेब्रेडोर डॉग की शुद्धता की पहचान आप उसके पूछो भीं कर सकते हैं एक शुद्ध लेब्राडोर की पूछ हमेशा सीधी होती हैं अगर लेब्राडोर कि पूंछ रिंग के आकार मै मुड़ी हुई है तो यह उसके अशुद्ध लेब्राडोर होने के संकेत हैं।
4.लेब्रा डॉग के बॉल बहुत कोमल और मुलायम होते हैं जो की विशेषज्ञों द्वारा एक प्रकार से इसके शुद्ध होने का प्रतीक माना जाता हैं तो यदि आप एक लेब्राडोर लेते है तो उसके बालों की जॉच जरूर किजिए।
5.लेब्राडोर एक सेहतमंद और तंदरुस्त नस्ल है तथा एक ओरिजनल लेब्राडोर के पैर हैवी और मोटे होते है जिसका कारण इनकी हड्डियां होती हैं जो की काफ़ी मोटी होती हैं तो आप पैरो के माध्यम से भी लेब्राडोर के शुद्धता की पुष्टी कर सकते हैं।
FAQ : लेब्राडोर डॉग की जानकारी। Labrador retriever information in Hindi
Q : लैब्राडोर कितना बड़ा होता है?
ANS : एक व्यस्क और स्वस्थ्य लेब्राडोर का वजन 29 – 36 किलोग्राम तक होता हैं एवं उचाई 55 – 62 सेंटीमीटर तक होती हैं।
Q : लैब्राडोर के कितने कलर होते हैं?
ANS : लेब्राडोर मुख्यतः तीन कलर मैं पाए जाते हैं ब्लैक , चॉक्लेट ,येलो लेकिन आज कल यह प्योर वाइट और ऑफ वाइट जैसे कलर मैं भी देखने को मिल जाते हैं।
Q : लैब्राडोर की उम्र कितनी होती है?
ANS : एक स्वस्थ्य लेब्राडोर की औसतन उम्र 12 से 14 वर्ष होती हैं।
Q : लैब्राडोर कितने दिन में बच्चे देती है?
ANS : एम् मादा लेब्राडोर का गर्भ काल का समय नौ हफ्तों का होता हैं तथा यह 9 हफ्तों के बाद ही पिल्लों को जन्म देती हैं।
Q: क्या लैब्स एक अच्छा पारिवारिक कुत्ता है?
Ans: लैब्स भारत मैं एक बेहद लोकप्रिय नस्ल है जो की बेहद बुद्धिमान और आज्ञाकारी होते है तथा इनका यही गुण इन्हे एक अच्छा पारिवारिक कुत्ता बनाता है।
Q: लेब्रा कितने प्रकार के होते हैं?
Ans: अभी के समय मैं लेब्राडोर डॉग दो प्रकार के होते है अमेरिकन और इंग्लिश अमेरिकन वेरिएंट लंबा और पतला होता है वही इंग्लिश वेरियंट्स छोटा और स्टॉकी होता ही दोनो ही वेरिएंट मैं ब्लैक, ब्लॉन्ड और ब्राऊन रंगो में आते है।
Q: लैब्राडोर कुत्ते को घर पर कैसे प्रशिक्षित करें।
Ans: लेब्राडोर कुत्ते को आप ऑनलाइन यूट्यूब मैं मौजूद ट्रेनिंग वीडियो के माध्यम से या किसी डॉग ट्रेनिंग बुक के माध्यम से घर पर प्रशिक्षित कर सकते है।
Q: लेब्रा डॉग कैसे होते हैं।
Ans: लेब्राडोर डॉग बेहद बुद्धिमान और समझदार होते है एवम अपने मालिक की आज्ञा का पालन करते है तथा नई चीजों की जल्दी सीख जाते है लेकिन इसके साथ ही साथ यह थोड़े जिद्दी और चंचल भी होते है।
Q: लेब्रा डॉग को खाने में क्या देना चाहिए?
Ans: लेब्रा डॉग को क्या खिलाना चाहिए? लेब्राडोर डॉग को खाने मैं घर का भोजन अथवा रेडीमेड डॉग फूड दोनो मैं से कोई भी दे सकते है रेडीमेड डॉग फूड मैं पोषक तत्व संतुलित मात्रा में होते है लेकिन घर के भोजन मैं पोषक तत्वों की मात्रा को संतुलित रख पाना मुश्किल होता है।
मेरे पास एक लैब्राडोर का बच्चा हैं जिसकी उम्र अभी वो 4th महीने की हैं लेकिन वो हेल्थी यानी उसकी ग्रोथ नही हो रही हैं जितनी होनी चाहिए पहले जब मैं लाया था तो वो एकदम गोलू मोलू के जैसे थी लेकिन जसे जसे बड़ी हुई उसका सारा गोलू मोलू उतर गया ऐसा क्यू हुआ है