जर्मन शेफर्ड का डाइट प्लान कैसा हो। German shepherd diet chart in hindi

जर्मन शेफर्ड भारत तथा पुरे विश्व मै सबसे अधिक पाले जाने वाली और लोकप्रिय नस्लों मैं शुमार हैं तथा भारत मैं अधिकतर लोग जर्मन शैफर्ड डॉग को पालना पसंद करते हैं।

जर्मन शैफर्ड बेहद बुद्धिमान ,सक्रिय ,मज़बूत ओर शक्तिशाली होते है जिनका औसतन वजन 30 से 40 किलोग्राम तक होता है 

जर्मन शेफर्ड डॉग को क्या खिलाए? एक जर्मन शैफर्ड डॉग को शारिरिक और मानसिक रुप से स्वथ्य बनाए रखने के लिए आपकों उसे एक उच्च पोषण वाले और सर्वोत्तम भोजन देने की आवश्यकता होती है।

भोजन मैं आप जर्मन शैफर्ड को ब्रांडेड पैक डॉग फूड या फिर घर का भोजन भी दे सकते है।इस लेख के माध्यम से हम जर्मन शैफर्ड के डाइट प्लान अथवा भोजन के बारे मे विस्तार से जानेंगे।

ताकि जिसकी सहायता से आप अपने जर्मन शैफर्ड कुत्ते के लिए एक बेहतर से बेहतर भोजन का चुनाव कर पाए तो आईए जानते है।


जर्मन शेफर्ड को किन पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है?

क्योकि जर्मन शेफर्ड एक मीडियम लार्ज डॉग ब्रीड हैं तो इसे बाकी अन्य कुत्तो की तरह ही इसे बहुत मात्रा मैं प्रोटीन,फैट, कार्बोहैड्रेड ,फाइबर ,और खनिज तत्वों आवश्यकता होती हैं तथा जब भी आप जर्मन शेफर्ड के लिए भोजन का चयन करे तो सुनिश्चित करे की उसमे यह सभी पोषक तत्व उपस्थित हो। 

1. वसा (फैट )

वसा जर्मन शेफर्ड के शारीरिक विकास और पोषण के लिए एक जरुरी पोषक तत्त्व हैं प्रोटीन की तरह ही यह शरीर को ऊर्जा प्रदान करता हैं एवं यह माशपेशियों ,कोशिकाओं ,ऊतकों और तंत्रिकाओं के विकास हेतु एक महत्वपूर्ण तत्व हैं। तथा यह भोजन को स्वादिष्ट भी बनता हैं। 

एक बढ़ते हुए जर्मन शेफर्ड कुत्ते को आठ प्रतिशत वसा की आवश्यकता होती हैं वही इसके स्थान पर एक व्यस्क जर्मन शेफर्ड कुत्ते को केवल पांच प्रतिशत वसा की जरुरत होती हैं। 

हालांकि अधिक वसा जर्मन शेफर्ड को मोटा एवं आलसी भी बना सकता हैं एवं इसे ह्रदय,उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी समस्या हो सकती हैं। 

वही दूसरी और यदि जर्मन शेफर्ड को आवश्यकता अनुसार वसा न दिया जाये तो इसे रोग प्रतिरोधक शक्ति की कमी कमजोरी,थकान तथा त्वचा और बालो से सम्बंधित समस्या भी हो सकती हैं। 

2.कैलोरी है जरुरी 

कैलोरी ऊर्जा की एक मूल इकाई हैं तथा जर्मन शेफर्ड एक ताकतवर फुर्तीले और चुस्त कुत्ते की नस्ल हैं जिसे मजबूत और तेज बनाये रखने के लिए एक उच्च कैलोरी वाले भोजन की आवश्यकता होती हैं कैलोरी एक प्रमुख ऊर्जा का स्त्रोत हैं। 

जर्मन शेफर्ड डॉग को हमेशा ऊर्जावान बनाये रखने के लिए आपको ऐसे भोजन का चुनाव करना होगा जिसमे की अधिक मात्रा मैं कैलोरी मौजूद हो। 

लेकिन यदि जर्मन शेफर्ड को एक अधिक कैलोरी वाला दिया जाता है और उसके हिसाब से शारीरिक गतिवधि न कराई जाये  तो यह इसके शरीर मैं चर्बी के रूप मैं इकट्ठा हो जाएगी। 

3.प्रोटीन 

प्रोटीन यह जर्मन शेफर्ड के माशपेशियों और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता हैं एवं हाड़ पिंजर प्रणाली(musculoskeletal system) को स्वस्थ्य बनाये रखता हैं तथा नए माशपेशियों के निर्माण और मरम्मरत हेतु महत्वपूर्ण होता हैं। 

एक बढ़ते हुए जर्मन शेफर्ड डॉग को 22 प्रतिशत प्रोटीन की आवश्यकता होती हैं जबकि एक व्यस्क जर्मन शेफर्ड को 18 प्रतिशत प्रोटीन की जरुरत होती हैं। 

4. फाइबर 

फाइबर एक बेहद जरुरी पोषक तत्त्व है जो की जर्मन शेफर्ड के भोजन मैं अवश्य होना चाहिए यह पाचन को स्वस्थ्य बनाये रखने मैं सहायक होता हैं तथा एक उच्च फाइबर वाला भोजन जर्मन शेफर्ड के पाचन तत्न्त्र को मजबूत बनता हैं एवं यह पचने मैं सुविधाजनक होता हैं। 

5.ओमेगा 3 फैटी एसिड 6 

ओमेगा 3 फैटी एसिड जर्मन शैफर्ड के पोषण के लिहाज से एक बेहद आवश्यक सामग्री हैं यह त्वचा, आंखो, बालों,और मस्तिष्क के विकास हेतु एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है।

यह जर्मन शैफर्ड के लिए कैलोरी के रूप मै कार्य करता है एवम यह एक बढ़ते जर्मन शैफर्ड की विकास दर को सुनिश्चित करता हैं तथा बालो के कोट को स्वस्थ्य बनाता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में सहायक होता है।


जर्मन शेफर्ड को क्या क्या खिलाएं?

जर्मन शेफर्ड पालने के बाद मन यह दुविधा हमेशा रहती हैं की एक जर्मन शेफर्ड की पौष्टिक डाइट क्या होगी ? यदि आप जर्मन शेफर्ड के लिए घर का भोजन का चयन करते हैं तो आपको इसे बनाने के लिए पर्याप्त समय की जरुरत होगी तथा घर के भोजन मैं पोषक तत्वों की मात्रा को संतुलित करना थोड़ा मुश्किल होता हैं। 

लेकिन यदि आपके पास समय की कमी हैं और आप जर्मन शेफर्ड को एक पोषक तत्वों से भरपूर भोजन देना चाहते हैं तो ब्रांडेड पैक्ड डॉग फ़ूड का सहारा ले सकते हैं। 

जर्मन शेफर्ड के लिए भोजन का चुनाव करते हैं समय कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओ को याद रखने की आवश्यकता होती हैं तो आइये जानते हैं वह क्या हैं?

1. यदि आपने अभी अभी एक जर्मन का पिल्ला लिया हैं जिसकी आयु तीन सप्ताह से अधिक हैं तो उसे आपको स्टार्टर फ़ूड देने की आवश्यकता हैं। लेकिन यह भोजन खिलाने से पहले आपको पहले सात दिनों तक जर्मन शैफर्ड को वही भोजन खिलाना है जो उसे दिया जा रहा था। तथा इसके बाद में धीरे धीरे स्टार्टर देना शुरू करे।

इसमें अधिक मात्रा मैं वसा और प्रोटीन की मात्रा होती हैं जो की एक नवजात जर्मन शेफर्ड के शारीरिक विकास लिए बेहद आवश्यक होता हैं ध्यान रहें की यह फ़ूड के साथ आप जर्मन शेफर्ड को पानी भी अवश्य दे। पानी आप सामान्य ओर गरम दोनो दे सकते है लेकिन यदि ठंडियों का मौसम है तो गरम पानी ही दीजिए।

जर्मन शेफर्ड को स्टार्टर फ़ूड आपको तीन से चार महीनो तक देने की आवश्यकता होती हैं। स्टार्टर फ़ूड हर लगभग विश्वसनीय कंपनी के बाजार मैं आसानी के साथ उपलब्ध हैं। 

2. तीन महीने के बाद आपको जर्मन शैफर्ड को पप्पी फूड पर सिफ्ट करने की आवश्यकता होती है पप्पी फूड मैं आवश्यक मात्रा मैं कैल्शियम,आयरन, फास्फोरस, ओमेगा 6 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्व मौजूद होते है।

यह सभी पोषक तत्व हड्डियों और दांतों को स्वस्थ्य बनाए रखने में सहायक होते है एवं मस्तिष्क के विकास को सुनिश्चित करते है। तथा ओमेगा 6 फैटी एसिड बालों के विकास हेतु ज़रूरी होता है एवं त्वचा को स्वस्थ्य बनाए रखने में मदद करता है।

यह पप्पी फूड जर्मन शैफर्ड को नौ से ग्यारह महीनो तक देने की आवश्यकता होती हैं।

3.जर्मन शैफर्ड की उम्र जब दस महीनो से अधिक हो जाती है तो उसे एक संतुलित भोजन देने की आवश्यकता होती हैं तथा इस उम्र मैं जर्मन शेफर्ड डॉग को डॉग फूड की कैटेगरी मैं एडल्ट फूड देने की जरूरत होती है।

एक एडल्ट डॉग फूड मैं सभी ज़रूरी पोषक तत्व संतुलित मात्रा मैं होते है क्योकि एक जर्मन शेफर्ड डॉग को मनुष्य की तुलना मैं दोगुना कैल्शियम ढाई गुना आयरन और नौ गुना अधिक विटामिन्स की आवश्यकता होती हैं तथा पूर्ण र्रूप से संतुलित भोजन एक व्यस्क जर्मन शेफर्ड डॉग के लिए एक आदर्श भोजन होता हैं। 


जर्मन शेफर्ड को कितनी बार भोजन देना चाहिए।

  • एक जर्मन शेफर्ड डॉग को भोजन देने की अवधि उसके उम्र वजन और आकर के अनुसार भिन्न हो सकती हैं लेकिन सामान्य तौर पर जर्मन शेफर्ड को पहले पांच महीने तक दिन मैं 4 बार थोड़ी थोड़ी मात्रा मैं भोजन देने की आवश्यकता होती हैं यह भोजन आप 3 – 4 घंटे के नियमित अंतराल मैं दीजिये। 
  • एक 5 -10 महीने की आयु वाले जर्मन शेफर्ड डॉग दिन मैं तीन भोजन देने की आवश्यकता होती हैं तथा इस से अधिक वाले जर्मन शेफर्ड को दिन मैं दो बार भोजन देने की आवश्यकता होती हैं ध्यान रहे की भोजन के साथ पर्याप्त मात्रा मैं पानी भी अवश्य दे। 
  • ध्यान रहे की आप जर्मन शेफर्ड को दिन मैं जितनी बार भोजन देते उसके अनुसार यदि जर्मन शेफर्ड का वजन ज्यादा अधिक होता हैं तो आपको भोजन की अवधि मैं कटौती करनी होगी। मतलब की यदि दिन मैं तीन बार भोजन दे रहे थे तो आपको दो बार ही देना होगा। 
  • वही इसके स्थान पर यदि जर्मन शेफर्ड का वजन अपेक्षाकृत सामान्य से बहुत कम हो तो आपको दिन मैं अधिक बार भोजन देने की आवश्यकता हैं जैसे की अगर आप जर्मन शेफर्ड को दिन मैं दो बार भोजन देते हैं तो आपको इसके स्थान पर तीन बार देना होगा।     

जर्मन शेफर्ड को कितनी मात्रा मैं भोजन

  1. जर्मन शेफर्ड के भोजन की मात्रा निर्धारित नहीं होती हैं यह उसके उम्र,आकर,वजन और पाचन शक्ति के अनुसार अलग अलग हो सकती हैं। 
  1. जर्मन शेफर्ड डॉग 4 – 10 महीनो की अवधि मैं तेजी के साथ बढ़ते हैं तथा बढ़ती उम्र के साथ आपको जर्मन शेफर्ड के भोजन की मात्रा मैं भी वृद्धि करने की आवश्यकता होती हैं। 

लगभग हर सात से दस दिनों के बाद आप जितनी भी मात्रा मैं भोजन देते हैं उसमे 15 – 20 प्रतिशत वृद्धि जरूर कीजिए। 

  1. क्योकि जर्मन शेफर्ड मीडियम लार्ज डॉग ब्रीड हैं तो यह बेहद जरुरी हैं की इसे पर्याप्त मात्रा मैं भोजन दिया जाये। लेकिन कई लोग अपने जर्मन शेफर्ड को एक निश्चित मात्रा मैं भोजन देते है जो की बिलकुल गलत हैं।

अगर वह थोड़ा बहुत भोजन बचता भी हैं तो उसमे चिंता करने वाली कोई बात नहीं हैं लेकिन उसे भोजन कम नहीं पड़ना चाहिए भोजन की कमी इसके शारीरिक और मानसिक विकास को प्रभावित कर सकती हैं। 


जर्मन शेफर्ड को क्या क्या खिलाएं? homemade food for german shepherd hindi

बात जब जर्मन शैफर्ड को घर का भोजन खिलाने की आती है तो जानकारी न होने के कारण कई लोगो के में यह दुविधा रहती है की क्या हम जर्मन शैफर्ड को घर का भोजन खिला सकते है।

घर में बने भोजन मैं हम जर्मन शेफर्ड को क्या क्या खिलाएं? तो आईए जानते है कि घर के भोजन मैं एक जर्मन शेफर्ड की डाइट क्या है?

1. चिकन और मीट

चिकन और मीट वसा और प्रोटीन के महत्वपूर्ण स्त्रोत हैं तथा यह जर्मन शैफर्ड डॉग के लिए पोषण से भरपूर आहार होता है एवं चिकन या मीट जर्मन शैफर्ड को साधारण तरीके से देना सही होता हैं।

मतलब की उबला हुआ और हड्डियों के बिना जर्मन शैफर्ड को मीट या चिकन देना चाहिए।  क्योंकि जिस प्रकार हम चिकन या मिट का सेवन करते है उसमे तेल और मसाले की मात्रा होती हैं अगर हम वह जर्मन शैफर्ड को देते है यह उसके लिए नुकसान दायक हो सकता हैं।

2. फल

फलों मैं काफी मात्रा मैं फाइबर पाया जाता है तथा यह फाइबर का एक बहुत अच्छा स्रोत है जो की एक जर्मन शेफर्ड के पाचन के लिए बेहद सहायक होता हैं लेकिन फल जर्मन शैफर्ड के लिए पूर्ण आहार कभी नही होता हैं यह भोजन के अतिरिक्त दिए जाने वाली सामग्री हैं।

जर्मन शैफर्ड को कौन कौन से फल खिलाने चाहिए? जर्मन शैफर्ड डॉग को एप्पल,केला, अनार, खरबूजा, खीरा,तरबूज,आम, चीकू, नासपति जिसे फल खिलाये जा सकते हैं।

लेकिन ध्यान रहे की आपको अंगूर और एवाकाडो फ्रूट नही देना हैं तथा ऐसे फल जिसमे बीज होते हैं वह फल आपको बीजे निकल कर देने हैं।

जिस प्रकार से हम बच्चों को कई फल छिलका छील कर खिलाते हैं उसी प्रकार से जर्मन शैफर्ड को भी खिलाने की आवश्यकता होती है।

3. अंडे

अंडे मैं प्रचुर मात्रा मैं प्रोटीन, आयरन और अमीनो एसिड होता है जो एक जर्मन शैफर्ड के स्वाथ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता हैं।

क्योंकि जर्मन शैफर्ड एक मीडियम लार्ज ब्रीड है इसे आप सुबह शाम एक एक उबला हुआ अंडा दे सकते है।

4. चावल

घर पर पका हुआ साधारण चावल भी जर्मन शैफर्ड को दिया जा सकता हैं यह आसानी के साथ पचने वाला सुपाच्य भोजन होता हैं।

ध्यान रहे की ब्राउन राइस और रेड राइस जर्मन शैफर्ड को न दे यह पचाने मैं जर्मन शैफर्ड दिक्कत हो सकती हैं।

5.ओट्स

ओट्स भी एक बहुत अच्छा विकल्प है जर्मन शैफर्ड को खिलाने के लिए यह एक पोष्टिक और हल्का फुल्का भोजन होता हैं जिसे जर्मन शैफर्ड आसानी के साथ पचा सकता है।

जर्मन शैफर्ड को ओट्स गरम पानी अथवा गरम दूध के साथ दिया जा सकता हैं ध्यान रहे की ओट्स मै नमक और शक्कर का इस्तेमाल न करें।

ध्यान दे- जर्मन शेफर्ड मनुष्यो से अलग होते हैं तथा इनके खाने और पचाने की प्रक्रिया मनुष्यो से अलग होती हैं तथा मनुष्यो का भोजन कभी कभी कुत्तो के लिए हानिकारक हो सकता हैं।घर का भोजन कुत्तो जरुरी पोषक तत्वों की पूर्ति पूर्ण रूप से नहीं कर सकता हैं।  


जर्मन शैफर्ड को खाने में क्या नही देना चाहिए।

अक्सर हम जाने अनजाने मैं कुछ ऐसी चीजे जर्मन शेफर्ड को खिला देते हैं जिसके वजह से उन्हें नुक्सान हो सकता हैं तो वह कौन सी चीजे है जो जर्मन शेफर्ड को नहीं देना चाहिए। 

बच्चो का भोजन, चॉक्लेट, प्याज और लहसुन वाली चीजे एवं कच्चे अंडे मीट या चिकन क्योकि यह एक कच्चा आहार होता हैं। 

कच्चे आहार पचाने मैं पाचन तंत्र को काफी समय और मेहनत लगती हैं तथा ऐसी स्थिति मैं जर्मन शेफर्ड का पेट ख़राब भी सकता हैं तथा इसके अलावा आपको इसे मछली और चिकन की हड्डिया भी नहीं देनी हैं। 

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