कुत्ते के पिल्ले को कैसे पाले। डॉगी की देखभाल कैसे करें। कुत्ते के बच्चे की देखभाल कैसे करें। डॉग को पालने का तरीका
डॉग अपनी काबिलियत, योग्यता व वफादारी के कारण हमेसा से एक पालतू जानवर के रूप मैं मनुष्य की पहली पसंद रहा है। हर व्यक्ति विशेष अपनी इच्छा व आवश्यकता अनुसार अपने लिए डॉग का चयन करता हैं।
कोई डॉग को एक साथी के रूप मै अपनाता हैं एवम कोइ घर की पहरेदारी तो कोई अपने घर की शोभा बढ़ाने हेतु डॉग को पालना पसंद करते हैं। डॉग को पालने के पीछे कारण भले ही अलग-अलग हो लेकिन डॉग को पालने का तरीक़ा सही व उचित होना बहुत जरूरी हैं।
कई लोगो के सवाल होते हैं की जर्मन शेफर्ड की देखभाल कैसे करें? या फ़िर लैब्राडोर की देखभाल कैसे करें? दोस्तो नस्ल कोई भी हो सभी डॉग्स को पालने का तरीका लगभग एक समान ही होता हैं।
यदि एक डॉग की देखभाल व परवरिश सही ढंग से ना की जाए जिसका प्रभाव उनके स्वास्थ्य, व्यव्हार व चरित्र पर पड़ता हैं।अब जिन्हें यह जानकारी नहीं है कि डॉग की देखभाल कैसे करें?
हमनें डॉग के देखभाल से संबंधित कुछ महत्त्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखते हुए अपने इस आर्टिकल मैं विवरण किया है जिसकी सहायता से आप अपने डॉग देखभाल सही ढंग से कर सकेंगे।
विषयसूची
इन तरीको से करें डॉग की देखभाल
1.भोजन
भोजन डॉग के लिऐ बुनियादी जरूरतों में से एक है एक अच्छे स्वस्थ व सेहतमंद शरीर के लिए आवश्यक हैं कि आप अपने डॉग को पौष्टिक, खनिज तत्वों से भरपूर एक संतुलित भोजन दे।
डॉग के लिए भोजन का चयन करते समय डॉग के आकार व उम्र का जरूर ध्यान रखें एवम उसके अनुसार ही भोजन चुने।
अब यह बात की पुष्टि कैसे करे कि डॉग के लिए एक अच्छा भोजन क्या है? तथा इसका चयन केसे करे?
1.यदि आपके पास कम उम्र का नवजात या छोटे नस्ल का कोई डॉग हैं तो एक वयस्क डॉग की अपेक्षा इन्हें अधिक व संतुलित मात्रा में कैलोरीज़,प्रोटीन,फास्फोरस एवं कैल्सियम वाले भोजन की आवश्यकता होती हैं। जो कि एक बढ़ते हुए पिल्ले कि विशिष्ठ जरूरतों की पूर्ति करते है।
2.आपके पास यदि कोई लार्ज साइज़ डॉग ब्रीड है जिसका वज़न अधिक है या फ़िर अधिक उम्र की नस्ल है जिनके लिए आपको एक संतुलित, सुपाच्य भोजन भोजन देने की आवश्यकता है जिसमें अधिक फाइबर, ओमेगा 3, फैटी एसिड जैसे पोषक तत्त्व उपस्थित हैं।
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2.टीकाकरण- vaccination
छोटे नवजात पिल्ले से लेकर एक वयस्क डॉग को टीकाकरण यानि वैक्सीनेशन बहुत जरूरी व अनिवार्य है इसलिए कुत्ते को लगने वाले सभी इंजेक्शन अवश्य लगवाए क्योंकि एक डॉग को बहुत सी जानलेवा बीमारियों व वायरस का ख़तरा होता है।
कैनाइन पर्वो वायरस, कैनाइन डिस्टेंपर, इंफेक्शंस कैनाइन हेपेटाइटिस,कैनाइन पराइन्फ्लुएंजा, लेप्टोसपरोसिस, कैनाइन एडेनो वायरस यह सभी रोगों से बचाव के लिऐ एक संयुक्त वैक्सीन लगाया जाता हैं जिसे सामान्यतः सिक्स इन वन, सेवन इन वन, ऐट इन वन, नाइन इन के वन के नाम से जाना जाता है।
यह वैक्सीन के अलावा एंटी रेबीज़ का वैक्सीन भी लगवाना भी अनिवार्य है यह सभी वैक्सीन डॉक्टर द्वारा बताए गए शेड्यूल के अनुसार लगवाना बहुत आवश्यक हैं।
3.डीवर्मिंग्
शायद बहुत कम लोग डीवर्मिंग् के बारे मैं नहीं जानते होगे। डॉग के पेट मै मौजूद कीड़े को मारने की प्रक्रिया को हम डीवर्मिंग् कहते है। डीवर्मिंग् डॉग को पूर्ण रूप से स्वाथ्य बनाये रखने के लिए एवं उसके ग्रोथ के लिए बहुत जरूरी हैं।
डीवर्मिंग् क्यो जरूरी हैं
डॉग जब नवजात होता हैं छोटी उम्र में होता हैं तो उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता इतनी विकसित नही होती हैं कि वह पेट के कीड़ों से ख़त्म कर सकें इसलिए डिवर्मिग बहुत जरूरी।
सही समय पर डिवर्मिग करने के कई फायदे होते है डॉग को पेट से संबंधित समस्या नहीं होती है शरीर का वज़न संतुलित व सही होता है डॉग की हैल्थ व हाईट मै ग्रोथ सुनिश्चित तरीके से होती हैं।
डॉग की डिवर्मिंग कब करना चाहिए?
डीवार्मिंग को सफलता पूर्वक हो इसके लिए जरूरी हैं कि यह सही समय पर की जाए। डॉग की पहली डीवार्मिंग जन्म के दूसरे सप्ताह में कि जाती है तथा दूसरी चौथे सप्ताह मै करनी है।
इसी प्रकार आपको चार महीने तक हर् दूसरे सप्ताह में डीवार्मिंग करनी होती हैं। उसके बाद आपको छटवे महिने तक आपको महिने मै एक बार डीवर्मिंग करनी होंगी। तथा उसके बाद हर तीन महिने अन्तराल पर आपको डीवार्मिंग करानी होगी।
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4.शारिरीक देखभाल
एक सुंदर एवं आकर्षक शरीर के लिए बहुत जरूरी है की आप अपने डॉग के शरीर के साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखे। एक अस्वच्छ और गंदा शरीर आपके डॉग को बदबुदार व अस्वस्थ बना सकता हैं। यदि आप यह सोच रहे की कैसे आप अपने डॉग साफ़ सफाई करे तो आइये इसके बारे मै जानते है।
जिस प्रकार मनुष्य अपने शरीर के महत्वपूर्ण अंगों की साफ़ सफाई करते हैं ठीक उसी प्रकार डॉग के भी कुछ मुख्य अंग है जिनकी नियमित सफाई जरूरी है
1.कानों की देखभाल
वैसे तो कुत्तों के कान बड़े व बंद आकार के होते है लेकिन यदि इन्हें रेगुलर क्लीन नहीं किया जाए तो इसमें मैल व गंदगी जमा हो सकती है जिसके कारण कानों में जू,पिस्सू जैसे जीव तथा संक्रमण व बहरेपन जैसी समस्या हो सकता हैं।
कानों की सफ़ाई के लिऐ आप साफ़ कपड़े व गरम पानी का इस्तेमाल कर सकते है। और इसके अलावा आप ख़ास तौर पर कुत्तों के लिए बनाए गए इयर बड्स व लिक्विड इयर क्लीनिंग सॉल्यूशन का भी इस्तेमाल कर सकते है।
2.दांत की देखभाल
सोचिए अगर ऐसा हो कि आप जिंदगी भर अपने दांतों की सफ़ाई न करें तो क्या होगा। ठीक वैसी ही स्तिथि एक डॉग कि होती हैं जब उसके दांतो की सफ़ाई नहीं होती है। अमेरिकन वेटेरिनरी मेडिकल एसोसिशन (AVMA) के सर्वे अनुसार 80 प्रतिशत डॉग्स कों डेंटल्स प्रॉब्लम होती है।
दांतों की सफाई ना होन के कारण कई समस्या पैदा हो सकती है जैसे मुंह से दुर्गंध आना, दांतों से खून आना, दांतो मैं दर्द,खाना चबाने में दिक्कत होना, दांतों में पीलापन एवं समस्या गभीर होन पर दांत में सड़न या कीड़े भी पड़ सकते हैं।
दांतो मैं होने वाले समस्याओं से बचाव के लिये अपने डॉग की दांतो की सफ़ाई सप्ताह में कम से कम तीन बार अवश्य कीजिए जिस प्रकार आप अपने दांतों की सफ़ाई करते है उसी प्रकार आपको अपने डॉग की दांतों करनी होगी।
दांतो की सफ़ाई हेतु आपको एक मुलायम ब्रुश का उपयोग करें एवम डॉग के लिए उपयोग किए जाने वाले टूथ पेस्ट का ही इस्तेमाल करें। मनुष्य के लिऐ उपयोग किए जाने वाले टूथ पेस्ट का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें।
3.बालों की देखभाल
एक स्वस्थ व स्वछ बालों की बिना डॉग की सुंदरता की कल्पना करना शायद मुमकिन नही हैं। और एक स्वथ्य व स्वछ बालों के लिये जरूरी हैं की आप अपने डॉग के बालों का ध्यान रखे।
वैसे तो सभी डॉग्स के लिए बालों की देखभाल बहुत आवश्यक हैं लेकिन यदि आपके पास कोई लोंग हेयर वाली डॉग ब्रीड हैं तो आपको अन्य छोटे बाल वाले डॉग ब्रीड की अपेक्षा इनका विशेष रूप से ध्यान रखना पड़ता हैं। क्योंकि एक लंबे बाल वाले डॉग की पहचान उनके बालों से ही होती हैं।
1.दोस्तो बालों को उलझन मुक्त रखने के लिए जरूरी हैं आप कम से कम दिन मैं दो बार अपने डॉग के बालों की ब्रशिंग जरूर करे नियमित ब्रशिंग करने से इनके बाल सीधे तो रहते है साथ ही साथ बालों के बीच मौजूद अनावश्यक चीजे जैसे किसी प्रकार का कचरा, मैल या टिक्स यानी जू भी बाहर निकल जाते हैं।
बालों को धोने के लिए एक अच्छे सैम्पू का ही प्रयोग करे जिस से इनके बाल चमकदार व मुलायम रहे।
2.बहुत से डॉग ओनर की यह समस्या होती की उनके डॉग के बाल बहुत झड़ते हैं। इसका एक कारण इनका भोजन भी हो सकता हैं। यदि आप इन्हें दूध, मीठा, नमक,तेल,मिर्च मसाला, वाला भोजन देते है तो यह गलत हैं।
यह सभी खाद्य पदार्थों के कारण बाल झड़ते हैं अगर आपके पास एक लोंग हेयर डॉग ब्रीड हैं तो यह सभी चीजे बिल्कुल भी अपने डॉग को न दे। तथा इसके अलावा अगर अपने डॉग को रेडीमैड डॉग फूड देते हैं तो उसमे ओमेगा 3 व ओमेगा 6 की पुष्टि अवश्य कीजिये क्योंकि यह बालों के ग्रोथ व सुरक्षा मै सहायता करता हैं।
5.सामाजिकरण
सामाजीकरण डॉग के देखभाल का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है बहुत से लोग घर की शोभा बढ़ाने व समाज में अपना स्टेटस बनाऐ रखने के लिए डॉग पाल तो लेते हैं लेकिन कुछ समय बाद ना तो उन पर ध्यान दिया जाता हैं।
और ना ही ठीक तरीके से देखभाल की जाती है जिसका नतीज़ा यह होता हैं कि डॉग का अच्छे से सामाजिकरण नहीं हो पाता है। तथा उनमें आत्मविश्वास की कमी भी हो जाती है जीस वज़ह से वह अनजान लोगो के सामने आने पर डरते है घबराते हैं।जिसके कारण वह अन्य लोगों से अच्छा व्यव्हार नहीं कर पाते हैं।
डॉग का सामाजीकरण कैसे करें?
तरीक़ा#1
पिल्ले का जो 30 दिनों से 4 महीनों का जो समय होता हैं उसमें यह बहुत अच्छे व बेहतर तरीके से सामाजिक होते है यह उम्र ऐसी होती की आप इन्हे घर के बाहर नहीं ले जा सकते तो आपको इन्हें घर के अंदर ही इनका सामाजिकरण करना होता है।
सबसे पहले आपको आपको अपने डॉग को अच्छे से खाने को तरीक़ा सीखना है डॉग को हमेशा उसके खाने वाले बर्तन में ही खाना दे खाते समय इसे अकेला बिल्कुल न छोड़े। तथा कभी भी डॉग को अपने साथ में खाना ना खिलाए। नहीं तो यह हमेशा आपके खाने के समय आपको परेशान कर सकता है।
डॉग को परिवार के सभी सदस्यों परिचय करवाएं एवम इनके साथ रहने व खेलने के अनुकूल कीजिए जिस से यह परिवार के सभी सदस्यों से अच्छे तरह घुल मिल जायेगा। तथा इसे एक अच्छे व्यक्तित्व के लिए परिवार के सभी लोगों के प्यार व दुलार की आश्यकता होती।
तरीक़ा#2
अकसर डॉग्स अनजान लोगों को एवं भीड़ भाड़ वाली जगह देखकर घबरा जाते है या डर जाते हैं। एक डॉग को जरूरी है कि घर के अलावा बाहरी वातावरण व माहौल के अनुकूल बनाना।
जिसके लिऐ आपको अपने डॉग को नियमित बांध कर किसी पार्क या मैदान में घुमाए जिस से यह बाहरी दुनियां को देखे तथा समझे।हो सकता हैं की यह सुरुआती दिनों में यह यह तोड़े उतेजित्त ही तथा इधर उधर भागने लेकीन कुछ दिनों बाद यह धिरे-धिरे सामान्य हो जायेगे।
6.प्रशिक्षण-training
डॉग को ट्रेनिंग ना करवाना एक प्रकार से अपने डॉग को अशिक्षित रखने जैसा होता है। डॉग के देखभाल मै ट्रैनिंग डॉग को शिखाए जाने वाली एक बुनियादी चीज़ों में एक हैं।
ट्रैनिंग की मदद से आप डॉग को एक सभ्य समाज में रहने योग्य बना सकते हैं क्योंकि एक अन ट्रेन डॉग आपको कहीं ना कहीं परेशान व शर्मिंदा कर सकता है।आप अपने डॉग की ट्रैनिंग ऑनलाइन इंटरनेट की सहायता से या फिर किसी पेशेवर ट्रेनर से भी करवा सकते हैं।
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निष्कर्ष-डॉग की देखभाल कैसे करें?
एक अच्छे डॉग होन के नाते आपकी यह जिम्मेदारी बनती हैं कि आप अपने डॉग की देखभाल सही तरीके से करे। हमनें अपने इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको डॉग को सही तरीके से पालने के लिए कुछ बुनियादी चीज़ों के बारे में बताया है।