बॉक्सर डॉग एक मध्यम आकार वाली वर्किंग समूह की डॉग ब्रीड हैं जिसे जर्मन बॉक्सर के नाम से भी जाना जाता हैं बॉक्सर डॉग की उत्पत्ति अंग्रेजी बुलडॉग एवं अब विलुप्त हो चुके बुलेनबीसर के संस्करण से बनाई गयी नस्ल है और यह मोलोसर ,मासटिफ समूह का हिस्सा है।
बॉक्सर का इतिहास
बॉक्सर डॉग मूल रूप से जुर्मनी देश सम्बन्ध हैं जिसका विकास सन 1800 के अंत दसको मैं मासटिफ़ वंश के एक कुत्ते बुलेनबीसर और ग्रेट ब्रिटेन से लाये गए बुलडॉग से बॉक्सर डॉग की उत्पत्ति बताई जाती हैं।
बुलेनबीसर डॉग कई सालो से एक शिकारी कुत्ते के रूप मैं जाने जाते थे जिनका इस्तेमाल जगली भालू ,हिरन,सुवर का शिकार करने के लिए किया जाता था तथा बुलेनबीसर को बॉक्सर डॉग का पूर्वज भी कहा जाता हैं।
1894 में, फ्रेडरिक रॉबर्ट, एलर्ड कोनिग और आर. होपनर नाम के तीन जर्मन लोगों द्वारा इस बॉक्सर नस्ल को स्थिरीकृत करने का निर्णय लिया और बॉक्सर को 1895 मुनिच मैं एक डॉग शो मैं प्रदर्शित किया गया।
1896 मैं पहले बॉक्सर क्लब की स्थापन की जिसका नाम डेस्चर बॉक्सर क्लब रखा गया। तथा 1904 मैं अमेरिकन केनाल क्लब ने पहले बॉक्सर डॉग का पंजीकरण किया।
एवं प्रथम विश्व युद्ध के दौरान बॉक्सर का उपयोग एक सैन्य कुत्ते के रूप मैं किया गया जहा इसे सन्देश वाहक , खाना लाना ले जाना ,संगरक्षक कुत्ते के रूप मैं इस्तेमाल किया गया तथा इसके बाद यह एक संगरक्षक कूटे के रूप मैं लोकप्रिय हो गए।
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बॉक्सर डॉग स्वभाव
बॉक्सर डॉग बेहद ऊर्जावान ,सक्रिय और चंचल प्रवर्ति के होते हैं जिन्हे बच्चो और अपने मालिकों के साथ समय बिताना और खेलना बहुत अधिक पसंद होता हैं।
बॉक्सर डॉग का स्वाभाव थोड़ा हटी किस्म का होता हैं जिन्हे चीजों को काटना चबाना और खोदना बेहद प्रिय होता हैं इस से बचने के लिए आपको इन्हे एक उचित प्रशिक्षण देने की जरुरत होती हैं।
वैसे तो बॉक्सर डॉग आक्रामक स्वाभाव के नहीं होते हैं लेकिन अपने परिवार के सुरक्षा के प्रति बेहद आक्रामक होते हैं एवं अजनबियों के लिए अत्यंत सक्रीय और सावधान रहते हैं।
बॉक्सर डॉग को भी अन्य नस्लों की तरह ही छोटी उम्र से ही उचित समाजीकरण और ट्रेनिंग की जरुरत होती हैं जैसे की प्रतिदिन घुमाना अलग अलग लोगो से परिचय करने इत्यादि।
बॉक्सर डॉग बुद्धिमानी मैं ओसतन होती हैं तथा अन्य नस्लों की अपेक्षा थोड़ी कम होती हैं।
बॉक्सर स्वास्थ्य और रोग
वैसे तो बॉक्सर एक स्वस्थ्य और सेहतमंद ब्रीड हैं लेकिन बाकी अन्य नस्लों की तरह ही बॉक्सर डॉग मैं आनुवांशिक जन्मजात समस्या देखने को मिलती हैं तो आइए जानते है की वह कौन सी समस्याएं हैं जो सामान्यतः बॉक्सर मैं देखने को मिलती हैं।
हाइपोथायरायडिज्म
यह रोग बॉक्सर डॉग को थायराइड हार्मोन की कमी से होता है जिसके शुरुवाती लक्षण अधिक मोटापा, ऊर्जा की कमी, बांझपन, बालों का झड़ना यह सही हैं।
हिप डिस्प्लेसिया
हिप डिस्प्लेसिया बॉक्सर मैं होने वाली सबसे ज्यादा और आम समस्या हैं जिसमे बॉक्सर कूल्हे प्रभावित होते हैं जिसके कारण पिछले पैरों मैं दर्द ओर लगड़ापन जैसे लक्षण बॉक्सर मैं देखने को मिलते हैं।
हिप डिस्प्लेसिया की दिक्कत अधिक उम्र के बाद तथा भोजन मैं पोषक तत्वों को कमी के कारण से होता हैं।
कैंसर
कैंसर भी एक बहुत आम समस्या हैं जो की बॉक्सर नस्ल मैं देखने को मिलती हैं विभिन्न प्रकार के लिए गए शोधों के अनुसार हल्के रंग वाले जेसे की सफेद बॉक्सर डॉग मैं कैंसर के अधिक मामले देखने को मिले है।
कई पशु चिकित्सक यह सलाह भी देते है की बॉक्सर को धूप में ले जाने से पहले उनके खुले हुए अंगो पर सनस्क्रीन लगाए क्योंकि सनबर्न के कारण भी इन्हे कैंसर हो सकता है।
एलर्जी
एलर्जी के मामले में बॉक्सर बेहद संवेदनशील नस्ल हैं तथा इन्हें विशेष रूप से देखभाल की अवश्यकता होती है बॉक्सर डॉग पर्यावरणीय और भोजन सम्बंधी एलर्जी का बहुत जल्दी शिकार हो जाते है।
बहरापन
बहरापन बॉक्सर को विरासत में मिली बीमारी है जो की इस नस्ल मैं अक्सर देखने को मिलती हैं। विशेष रुप से सफेद रंग वाले बॉक्सर मैं यह देखने को मिलता हैं। लगभग 20 प्रतिशत सफेद बॉक्सर बहरे पैदा होते है।
बॉक्सर शिक्षा और प्रशिक्षण
ट्रैनिंग किसी भी नस्ल के लिए महत्वपूर्ण होती है यह उसके अच्छे चरित्र निर्माण मैं बहुत सहयोगी और जरूरी होता हैं बॉक्सर एक बड़े और मजबूत आकार वाली नस्ल हैं।
जिन्हें नियंत्रित करने के लिए ट्रेनिंग बेहद आवश्यक है। बॉक्सर अत्यंत उधम्मी, शरारती होते है जो की उछलना,कूदना,भागना मैं बहुत माहिर होते हैं तथा यदि आप इनकी उचित ट्रेनिंग नही करते है तो यह जाने अनजाने किसी को भी नुकसान पहुंचा सकते है।
बॉक्सर स्वरूप शारिरिक संरचना
बॉक्सर का शारीरिक संरचना देखने में चौकोर आकार मैं दिखाई देता हैं तथा इनका शरीर बेहद मस्कुलर और शक्तिशाली होता है।
बॉक्सर का सिर समान्य से थोड़ा बड़ी होती है एवं थूथन पूरे सिर के लंबाई के 1:3 अनुपात लंबाई मैं होती है तथा जबड़ा बेहद मजबूत और शक्तिशाली होता है। निचला जबड़ा ऊपरी जबड़े की अपेक्षा बाहर की ओर निकला हुआ होता है एवम मुड़ा हुआ रहता है।
बॉक्सर एक छोटी बाल वाली नस्ल है बालो का आवरण चिकना और चमकदार होता है अधिकांश बालो का रंग हल्का पीला, सफेद और चितकबरा होता है तथा पेट ओर पैरो का निचला हिस्सा सफेद होता हैं।
सफेद रंग अक्सर कई गर्दन ,छाती से होते हुए चेहरे पर फैले हुए देखे जाते हैं। बॉक्सर डॉग छाती का आकार चौड़ा होता है एवम सामने की ओर निकला हुआ होता है।
बॉक्सर के कान वी आकार मैं सामने की ओर लगभग गाल तक झुके हुए होते हैं। एवम इसकी आंखे मध्यम आकार मैं भूरे रंग की होती है।
अधिकांस देशों मैं यह परंपरा है की बॉक्सर के पूछ को काट कर छोटा कर दिया जाता है लेकिन अब कई पशु संरक्षक संगठनों के दबाव के कारण अब इस पर कई देशों में प्रतिबंध लग चुका हैं।
एक व्यस्क नर बॉक्सर कुत्ते का वजन 25 से 35 किलोग्राम तक होता है एवम मादा का 23 से 30 किलोग्राम तक होता है तथा ऊंचाई 56 से 63 सेंटीमीटर एवम मादा की ऊंचाई 53 से 60 सेंटीमीटर तक हो सकती है।