बीगल डॉग ब्रीड एक मजेदार दिलचस्प और सक्रिय नस्ल हैं यह बच्चो के लिए एक अच्छे साथी और दोस्त के रूप में जाने जाते हैं तथा यह पूर्ण रूप से एक पारिवारिक डॉग के तौर पर जाने जाते हैं।
बीगल एक छोटे आकार वाली नस्ल हैं जो की एक छोटे स्थान अथवा घर में पालने के लिए उपयुक्त नस्ल है यह बच्चो के प्रति अति उत्साहित और दोस्ताना स्वभाव रखने वाली डॉग ब्रीड है जो की एक छोटे बच्चो वाले परिवार मैं पालने के लिए बिलकुल योग्य हैं।
विषयसूची
बीगल डॉग इतिहास
बीगल डॉग ब्रीड मूल देश इंग्लैंड है आज हम जिस बीगल नस्ल को जानते है वह दरअसल ग्यारवी सदी मैं सेंट ह्यूबर्ट हाउंड,ग्रेहाउंड और टैलबोट हाउंड नस्लों के साथ क्रॉस ब्रीडिंग करके विकसित किया गया था।
पद्रहवी सताब्दी मध्य से लेकर सोलहवीं शताब्दी के दौरान बीगल डॉग का उपयोग खरगोस के शिकार के लिए किया जाता था लेकिन वह शिकार करने के प्रति इतने सक्षम और काबिल नही थे।
सन् 1830 मैं रेव रेड फिलिप हनीवुड ने इंग्लैंड के एसेक्स सहर मैं बीगल पैक की स्थापना की स्थापना की जिसे की आधुनिक समय के बीगल का आधार माना गया।
इंग्लैंड में सन 1890 मैं जब बीगल के 18 पैक मौजूद थे तथा इसके बाद प्रथम बीगल क्लब की स्थापना हुई एवम इसी के साथ एसोसिएशन ऑफ मास्टर्स ऑफ हैरियर्स एंड बीगल्स का भी गठन किया गया जिसका काम बीगल नस्ल की मानकों, हितो और इसके सर्वोत्तम उत्पादन को आगे बढ़ाना था।
बीगल डॉग स्वभाव डॉग
बीगल एक बहुत बेहतरीन और मजेदार नस्ल के रूप मैं जानी जाती हैं जिनका स्वाभाव बेहद चंचल और मनोरजक होता हैं यह अपने परिवार और मालिक के प्रति पूर्णतः सम्पर्पित होते हैं।
बीगल नस्ल स्वभाव से हटी और जिद्दी होते हैं तथा यही आदत आपको कभी कभी परेशान भी कर सकती हैं एवं आपको अपनी बात मनवाने के लिए कभी कभी पुरस्कार का सहारा भी लेना पड़ सकता हैं ऐसी स्थिति से बचाव के लिए जरुरी ट्रेनिंग बहुत महत्वपूर्ण हैं।
बीगल एक पारिवारिक डॉग हैं तथा यह अपने आप को परिवार का ही हिस्सा समझते हैं तो यह आवश्यक हैं की आप इसके साथ एक परिवार के सदस्य की तरह ही इसके साथ व्यव्हार करे।
बीगल नस्ल को अकेले रहने की आदत नहीं होती तथा यह अकेले रहने पर अत्यधिक भौकते हैं व् घर की चीजों को नुक्सान पहुंचाते हैं तो यह जरूरी हैं की आप इसे घर पर ज्याद अधिक देर के लिए अकेला न छोड़े।
बीगल पालने वाले लोगो का व्यक्तिगत अनुभव यह बताता हैं की बीगल डॉग एक अनुसाशित नस्ल हैं जिसे प्रशिक्षित करने बहुत समस्या होती हैं एवं इन्हे ट्रैन करने मैं बहुत अधिक समय लगता हैं।
बीगल डॉग स्वास्थ्य
बीगल वैसे तो एक सस्वस्थ्य नस्ल हैं लेकिन बाकी अन्य नस्लों की तरह ही बीगल को भी जन्म से ही कुछ बीमारियों खतरा अथवा इस से ग्रसित होते हैं जिनके बारे मैं जागरूक रहना आवश्यक हैं।
हिप डिस्प्लेसिया
हिप डिस्प्लेसिया यह बीगल डॉग को विरासत मैं मिली एक अनुवांशिक बीमारी हैं यह एक ऐसी स्थिति हैं जिसमे की बीगल के पिछले कूल्हे प्रभावित होते हैं जिसके कारण अक्सर पेरो ,मैं दर्द और लगड़ेपन जैसी समस्या देखने को मिलती हैं।
ग्लूकोमा
यह बीगल के आँखों मैं वाली समस्यां हैं जिसमे की आँखों मैं बनने वाली जलीय तरल पदार्थ सही ढंग से आँखों से निकल नहीं पाता हैं जिसके कारण आँखों के अंदर दवाब बढ़ता जिसके वजह से ऑप्टिक तांत्रिक को हानि पहुँचती हैं जिसमे असहनीय दर्द ,और अंधापन जैसी समस्या देखने को मिलती हैं।
मिर्गी
मिर्गी यह एक मस्तिष्क मैं होने वाली दिक्कत हैं जो की आमतौर पर बीगल नस्ल मैं देखने को मिलती हैं जिसमे की यह अचानक दौड़ने या भागने लगते हैं स्थिति गंभीर होने पर यह अपनी चेतना खो देते हैं और अचानक डगमगाकर गिर सकते हैं।
मिर्गी के उचित उपचार के लिए पशु चिकित्सक से मिलकर जरुरी परामर्श और उपचार लेने की आवश्यकता होती हैं।
इंटरवर्टेबल डिस्क रोग
इंटरवर्टेबल डिस्क रोग यह रीड की हड्डियों मैं होने वाला रोग हैं यह समस्या रीड की हड्डी मैं मोजूद डिस्क की आंतरिक परत फेल जाने के वजह से रीड को हड्डियों का दबाव कम हो जाता है जिसके कारण पीट और गर्दन मैं असामान्य रूप से दर्द होता हैं।
इंटरवर्टेबल रोग के कारण बीगल नस्ल मल और मूत्र त्याग करने पर नियंत्रण भी खो सकते हैं।
बीगल नस्ल की देखभाल
बीगल एक चंचल और उद्यमी स्वाभाव वाली नस्ल है जिन्हे एक उचित देखभाल ओर निगरानी की अवश्यकता होती है यदि आप इस पर ध्यान नहीं देते हैं तो यह घर से दूर जा सकते,भटक सकते है या फिर चोरी भी किए जा सकते हैं।
बीगल एक हटी और जिद्दी नस्ल के रूप में भी जानी जाती हैं तथा आपकी आज्ञा को नजरंदाज भी कर सकते हैं जिसके लिए आपको इसे ज़रूरी समाजीकरण ओर ट्रेनिंग देने की आवश्यकता पड़ेगी।
बीगल वैसे तो शारिरिक रूप से छोटे होते हैं लेकिन काफी शरारती और भाग दौड़ करने वाली नस्ल है जिसके लिए आपको इन्हे भाग दौड़ और खेलने के लिए पर्याप्त जगह देने की आवश्यकता हैं।
चुलबुले होने के साथ साथ बीगल बढ़ती उम्र के साथ आलसी भी हो सकते हैं जिसके कारण इनका वजन बढ़ सकता है जिसके लिए इन्हे एक उचित रूप से घुमाने और व्यायाम करने की आवश्यकता होती हैं।
बीगल का भोजन
मनुष्यों की तरह ही बीगल को भी एक पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित भोजन की अवश्यकता होती हैं एक पोष्टिक भोजन पर बीगल का अधिकार हैं।
बीगल के भोजन के लिए आप घर अथवा पैक डॉग फूड दोनो मैं से किसी का भी चयन कर सकते हैं घर के भोजन में पोषक तत्वों की मात्रा को संतुलित रख पाना थोड़ा मुश्किल होता हैं।
लेकिन एक पैक डॉग फूड मैं आपको संतुलित मात्रा मैं वह सभी पोषक तत्व देखने को मिल जाते हैं जो की इसके पोषण और शारीरिक विकास के लिए आवश्यक होते हैं।
एक पोष्टिक भोजन बीगल के विकास दर को सुनिश्चित करता है मगर आपको भोजन के साथ इसके वजन का भी ध्यान रखना जरूरी है यदि इसका वजन समान्य से अधिक होता है तो आपको इसके भोजन मैं कटौती करने की जरूरत है।
ओर यदि वजन सामान्य की अपेक्षा कम हैं तो आपको भोजन मैं बदलाव और बढ़ोतरी करने की आवश्यकता है।
बीगल शारीरिक संरचना
बीगल एक छोटे आकार वाली नस्ल हैं तथा एक व्यस्क नर बीगल का वजन 10 -12 किलोग्राम एवं मादा का वजन 9 -10 किलोग्राम तक होता है।
बीगल मुख्यतः ब्लैक वाइट और टेन रंगो के मिश्रण मैं देखने को मिलते हैं बाल छोटे और मुलायम होते हैं बीगल का सिर चौड़ा गोल आकर का होता हैं आँखे बढ़ी और भूरे रंग की होती हैं एवं कान लम्बे आकार के लटकनदार होते हैं।
थूथन माध्यम आकार की होती हैं जबड़े मजबूत होते हैं गर्दन माध्यम आकार का होता हैं पैर छोटे तथा थोड़े मोठे हो सकते हैं पूछ सीधी और हलकी मुड़ी हुए होती हैं।